रांची न्यूज डेस्क: रांची में बुधवार सुबह एक सनसनीखेज घटना हुई, जब सिरमटोली फ्लाईओवर से 5वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक बच्ची को 10 लाख रुपये फिरौती के लिए अगवा कर लिया गया। बच्ची स्कूल जा रही थी, तभी काले रंग की कार में आए बदमाशों ने ई-रिक्शा को टक्कर मार दी और फायरिंग करते हुए उसे कार में बैठाकर फरार हो गए। हालांकि, रांची और रामगढ़ पुलिस की त्वरित कार्रवाई से डेढ़ घंटे में बच्ची को रामगढ़ के कुजू से सुरक्षित बरामद कर लिया गया। बच्ची के पिता हरमू में फल के थोक कारोबारी हैं।
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी और बच्ची का पेंटिंग शिक्षक रुद्रांश विश्वकर्मा समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बाकी आरोपियों में विकास दास, ऋषभ बर्मन, एक नाबालिग, गलत नंबर प्लेट लगाने वाला मो. वसीम और साजिश में शामिल पीयूष कुमार शामिल हैं। रुद्रांश वही है जो बच्ची को पेंटिंग सिखाता था और उसे परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी थी।
पूरे अपहरण की कहानी भी फिल्मी अंदाज की रही। घटना के बाद पुलिस ने रांची-पटना रोड पर कई जगह नाकेबंदी कर दी। मांडू में पुलिस को संदिग्ध कार दिखी, लेकिन चालक ने रुकने के बजाय थाना प्रभारी की गाड़ी को टक्कर मारी और भाग निकला। पुलिस का पीछा तेज होते ही आरोपी कुजू में बच्ची को उतारकर भाग गए। मांडू पुलिस ने बच्ची को सुरक्षित अपने कब्जे में लेकर परिवार को सौंप दिया।
एसएसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि रुद्रांश फॉरेक्स ट्रेडिंग में पैसा गंवा बैठा था और कर्ज में डूबा हुआ था। उसे पैसों की सख्त जरूरत थी, इसलिए उसने बच्ची के अपहरण की योजना बनाई। तीन दिन पहले उसने अपने साथियों के साथ साजिश रची और बुधवार सुबह इसे अंजाम दे दिया। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और घटना में इस्तेमाल कार व हथियार भी बरामद कर रही है।